विचार और आचरण संदिग्ध परिस्थितियों में अलग न हो तो शक्तिमान असाधारण रूप से परिपक्वता हासिल कर सकते है।
मगर व्याप्त रूप से मगज के विचार सराहना कभी काबिले तारीफ हो सकता है लेकिन ज़िंदा रहना चाहिए, वही मौजूद जरूरत है।
कूछ भी करो, अपनी पूरी सांसे चालू रखो।
शारीरिक कचरा अपने आप मिलेगा।
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